Sunday 30 March 2014

पानी में शहर


समंदर की लहरों पर तैरता इक शहर

क्या आपने कभी ऐसे घर की कल्पना की है जो कि पानी के ऊपर हो? शायद नहीं, पर दुनिया में एक ऐसी बस्ती है जो कि पानी के ऊपर बसी है। इस बस्ती में रहने वाले लोगों की संख्या पूरी 7००० है। यह दुनिया की एक मात्र समुद्र पर तैरती हुई बस्ती है जो चाइना में स्थित। इस बस्ती में रहने वाले समुद्री मछुवार हैं जिन्हें टांका कहा जाता है।
 
चीन में कई सदियों पहले टांका कम्युनिटी के लोग वहां के शासकों के उत्पीड़न से इतने नाराज हुए कि उन्होंने समुद्र पर ही रहना तय किया था। करीब 7०० ईसवी से लेकर आज तक ये लोग न तो धरती पर रहने को तैयार हैं और न ही आधुनिक जीवन अपनाने को।
 
चीन के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में करीब 7००० मछुआरों के परिवार समंदर में तैरती अपने परंपरागत नावों के मकानों में रह रहे हैं। ये घर समुद्र पर तैर रहे हैं। इन विचित्र घरों की एक पूरी बस्ती है। समुद्री मछुआरों की यह बस्ती फुजियान राज्य के दक्षिण-पूर्व की निगडे सिटी के पास समुद्र में तैर रही है। टांका लोग नावों से बनाए घरों में रह रहे हैं इसलिए उन्हें 'जिप्सीज ऑफ द सी’ कहा जाता है। 

चीन में 7०० ईसवी में तांग राजवंश का शासन था। उस समय टांका जनजाति समूह के लोग युद्ध से बचने के लिए समुद्र में अपनी नावों में रहने लगे थे। तभी से इन्हें 'जिप्सीज ऑन द सी’ कहा जाने लगा और वह कभी-कभार ही जमीन पर आते हैं। इस जनजाति के लोगों का पूरा जीवन पानी के घरों और मछलियों के शिकार में ही बीत जाता है। ये जमीन पर जाने से बचने के लिए न केवल फ्लोटिग घर बल्कि बड़े-बड़े प्लेट फार्म भी लकड़ी से तैयार कर लिए हैं।
 
चीन में कम्युनिस्ट शासन की स्थापना होने तक ये लोग न तो किनारे पर आते थे और न ही समुद्री किनारों पर बसे लोगों के साथ वैवाहिक रिश्ते बनाते थे। वे अपनी बोटों पर ही शादियां भी करते हैं। हाल के दिनों में स्थानीय सरकार के प्रोत्साहन के बाद टांका समूह के कुछ लोग समुद्र किनारे बनाए गए घरों में रहने लगे हैं लेकिन अधिकांश लोग तैरते हुए घरों में रह रहे हैं।
 

No comments:

Post a Comment

मुल्क