धरती का सबसे जहरीला पेड़
मेंचीनील को दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ माना जाता है। यह कैरेबियन सागर के आस-पास और बाहमास में पाया जाता है। इस पेड़ को दुनिया के सबसे जहरीले वृक्ष के रूप में गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स में शामिल किया गया है। लोगों को इन पेड़ों से दूर रखने के लिए इन पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाते हैं। इसको मेंचीनील नाम इसके सेब जैसे छोटे फलों के कारण मिला है। माना जाता है कि क्रिस्टोफर कोलंबस ने मेंचीनील के सेब जैसे फल को 'मौत का छोटा सेब’ नाम दिया था। इसकी ऊंचाई काफी होती है। यह दिखने में काफी चमकदार होता है। इसकी पत्तियां अंडाकार होती हैं।
वनस्पति विज्ञानियों के मुताबिक इस पेड़ का सबसे विषैला भाग इसके फल होते हैं। यदि इसके फल के रस कि एक बूंद भी त्वचा पर गिर जाए तो त्वचा वहां से फट जाती है और बहुत जलन होती है। यहां तक कि इसके फलों को जलाने से निकलने वाले धुएं से इनसान अंधा हो सकता है और यदि कोई एक पूरा फल खा ले तो उसकी तत्काल मौत भी हो सकती है। इतना ही नहीं यदि आप बरसात में इस पेड èके नीचे खड़े हो जाएं तो आपके पूरे शरीर में खुजली और जलन हो शुरू हो जाएगी।
रेडियोलॉजिस्ट निकोला एच स्ट्रिकलैंड ने मेंचीनील के बारे में बताया है कि टोबैगो के कैरेबियन द्बीप के बीच पर उन्हें एक गोलाकार फल पड़ा मिला था। यह एक काफी लंबे पेड़ से गिरा था। इसमें सिल्वर कलर की तिरछी लाइनें थीं। उन्होंने इसे जरा सा खाया। कुछ पलों के बाद विचित्र ढंग का स्वाद महसूस हुआ और भारी जलन के साथ काटने जैसी संवेदना होने लगी और गला बुरी तरह अकड़ने लगा। तुरंत इलाज के 8 घंटे बाद सूजन कम हुई। विश्व के सबसे जहरीले पेड़ मेंचीनील के बारे में कहा जाता है कि स्पेन का जुआन पोंस डी लियोन ने 1521 में सोने के बड़े भंडार वाले इलाके की खोज की। सोने के लालच में यहां के लोगों ने जुआन को इसी पेड़ के जहरीले तीर से मौत के घाट उतार दिया था।
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