Thursday 27 June 2013

फिटनेस है तो रिलैक्स है


बनाइए दूसरों की सेहत और अपना करिअर



आज हर छोटे बड़े शहर में फिटनेस सेंटर खुल रहे हैं, इसका प्रमुख कारण लोगों का अपनी हेल्थ को लेकर अवेयर होना माना जा रहा है। इस कारण फिटनेस टेàनर के प्रोफेशन ने एक कमाउ प्रोफेशन के रूप में अपने पांव पसारे हैं। इस क्ष्ोत्र के बढ़ते दायरे का एक और अहम कारण बालीवुड को माना जा रहा है। जहां हीरो की सिक्स पैक एब्स बाडी देख युवा भी उस तरह की बाडी पाने के लिए फिटनेस सेंटरों व जिम हाउसों की ओर रूख कर रहे हैं, और भारी रकम चुका वैसी ही फिजिक स्टाइल पाना चाहते हैं। इस कारण यह प्रोफेशन काफी कमाई वाला साबित हो रहा है, अगर आप की भी रूचि इस क्ष्ोत्र में है तो निसंदेह यह क्ष्ोत्र आपको सैटिस्फैक्शन के साथ-साथ कमाई के मामले में भी बेहतर साबित होगा।

संभावनाएं है ज्यादा

बढ़ते पॉल्यूशन और कॉर्पोरेट कल्चर से तेज रफ्तार होती जिदगी में लोग अपनी सेहत के प्रति अब पहले से बहुत ही ज्यादा सजग हो गए हैं। रोज पैदा हो रही नई बीमारियों के बढ़ रहे खतरे से लोग अपनी सेहत की चिता पहले से ज्यादा करने लगे हैं। इसके लिए वे फिटनेस सेटरों का सहारा लेते हैं। आमतौर पर अब खुद को फिट रखना एक जरूरत बन चुकी है, कई तो सिर्फ दिखावे के लिए ही फिटनेस सेंटरों का रूख कर लेते हैं। इस क्षेत्र में भी युवाओं के लिए करिअर के कई अवसर दरवाजा खोले खड़े हैं।

कार्यक्ष्ोत्र

एक फिटनेस ट्रेनर के तौर पर आपका मुख्य कार्य होता है लोगों के शरीर को उनकी चाह अनुसार बनाना और शरीर को तंदुरस्त बनाने के साथ-साथ उसे एक सही और आकर्षक श्ोप देना होता है। फिटनेस ट्रेनर के तौर पर आप ग्रुप या इंडिविजुअल को शारीरिक तौर से ट्रेंड करना होता है, इस ट्रेनिंग में ऐरोबिक्स, वेट गेन/वेट लूज,के साथ ही बाडी की मशल्स को लचीला बनाना होता है।

रोजगार की कोई कमी नहीं

टैलेंटेड टàेनर्स के लिए इस क्ष्ोत्र में रोजगार की कोई कमी नहीं है। आमतौर पर एक फिटनेस ट्रेनर को जिम सेंटर्स, बड़े-बड़े होटल्स, हेल्थ क्लब, स्पा सेंटर्स व रिजार्ट्स में आसानी से काम मिल जाता है। बाडी फिटनेस में रुचि रखने वाले युवा इसके साथ कंप्यूटर, और तकनीकी ज्ञान हासिल कर बेहतर करिअर बना सकते हैं। फिटनेस के क्षेत्र में अब पहले से ज्यादा अवसर उपलब्ध हैं। कई सारे बाडी बिल्डिंग चैंपियनशिप और कंप्टीशन भी आयोजित किए जाने लगे है। देश के सभी शहरों में जिमों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए यह प्रोफेशन रोजगार के मायने में युवाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। इस क्ष्ोत्र में आए परिवर्तन ने इस प्रोफेशन में करिअर की राह को काफी बेहतर कर दिया है। फिटनेस सेंटरों के बढ़ने से फिटनेस ट्रेनरों, फिटनेस इंस्ट्रक्टर्स की मांग भी दिनोदिन बढ़ती जा रही है।

कं पनियां भी रख रहीं टेàनर

कार्पोरेट कंपनियां भी मान चुकी हैं कि कर्मचारियों की सेहत का ध्यान रखा जाना बहुत जरूरी है, इसलिए कई बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए नियमित चेकअप कैंप लगवाती हैं। कई कंपनियों में फिजिकल ट्रेनर भी रखे जाते हैं।

खुद का सेंटर

स्वास्थ्य के प्रति बढ़ रही जागरूकता ने लोगों के रुझान को फिटनेस सेटरों की ओर कर दिया है, जिस कारण दिन पर दिन इन सेंटरों की संख्या और ट्रेनरों की मांग भी बढ़ती जा रही है। इस प्रोफेशन को अपनाने के साथ ही आप अपना खुद का फिटनेस सेंटर भी खोल सकते हैं, और अपनी कमाई को अपनी मेहनत और चाह के बल पर कई गुना बढ़ा सकते हैं।

प्रवेश योग्यता और कमाई

वैसे तो इस क्ष्ोत्र में इंट्री करने के लिए कोई विश्ोष योग्यता की जरूरत नहीं होती है। इस प्रोफेशन को अपनाने के लिए सबसे पहले आपको शारीरिक तौर से फिट होना जरूरी है, साथ ही बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल भी इस क्ष्ोत्र में सफल मुकाम बनाने के लिए बेहद जरूरी है। इसके अलावा अगर आप शारीरिक शिक्षा विषय से ग्रेजुएट हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आज देश में कई शिक्षा संस्थान फिटनेस से जुड़े सर्टीफिकेट, डिप्लोमा व डिग्री कोर्स भी संचालित कर रहे हैं। इस प्रोफशन से जुड़े युवाओं को आकर्षक वेतन मिलता है। इनका वेतन इनकी जॉब लोकेशन व कंडीशन पर भी डिपेंड करता है।

फिटनेस संबंधी कोर्स संचालित करने वाले संस्थान

इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोटर्स साइंस, दिल्ली।
लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन, त्रिवेंद्रम, ग्वालियर।
साई,नेताजी सुभाष चंद्र नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्पोर्ट, पटियाला, कोलकाता, बंगलौर।
गोल्ड जिम इंस्टीट्यूट, मुंबई।
इंडियन एकेडमी आफ फिटनेस ट्रेनिंग सेंटर, कर्नाटक।




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